उत्तरप्रदेश के सीएम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन शनिवार को हो गया है। उनके निधन से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में शोक की लहर है। ऐसे में राज्य सरकार ने 1 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। शासन की तरफ से इसके आदेश जारी हो गए हैं जिसमें कहा गया है कि कल्याण सिंह, भूतपूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं भूतपूर्व राज्यपाल, राजस्थान एवं हिमाचल प्रदेश का निधन दिनांक 21.08.2021 को हो गया है। 22.08.2021 को प्रदेश में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया जाता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
राष्ट्रीय शोक दिवस मनाना या घोषित करना एक राष्ट्रीय त्रासदी के लिए श्रद्धांजलि देने और शोक व्यक्त करने के लिए एक प्रतीकात्मक संकेत है । ऐसे दिनों में किसी प्रसिद्ध व्यक्ति या उस देश या अन्य जगहों के व्यक्तियों की मृत्यु या अंतिम संस्कार को चिह्नित करने वाले, या ऐसी मृत्यु या मृत्यु की वर्षगांठ शामिल हैं ।
यह राष्ट्रीय सरकार द्वारा नामित है । राज्य सरकार अपने-अपने राज्य में राजकीय शोक दिवस घोषित कर सकती है।
इस तरह की घोषणा का प्रभाव:
राष्ट्रीय ध्वज: भारत में शोक के दिन, राष्ट्रीय ध्वज को पूरे देश में और विदेशों में भारतीय मिशनों में आधे मस्तूल पर उड़ाया जाएगा,
समारोहों और आधिकारिक मनोरंजन पर प्रतिबंध: कोई औपचारिक समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा और राज्य शोक की अवधि के दौरान कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा। स्मारक गतिविधियों अक्सर लोगों द्वारा आयोजित कर रहे हैं।
गणमान्य व्यक्ति को उचित सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार किया गया।
केंद्र सरकार और उसकी संस्था में आधे दिन की छुट्टी: १९९७ केंद्र सरकार की अधिसूचना जो केवल मौजूदा प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति की मृत्यु की स्थिति में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा को प्रतिबंधित करती है ।
लोगों पर: गणमान्य व्यक्तियों के योगदान और समर्थन मूल्यों पर विचार करने का अवसर मिलता है। यह उत्तर देर से एक विनंर श्रद्धांजलि है। अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया। वह एक सच्चे राजनेता, थे ! उसे उद्धृत करने के लिए उनके अभिभाषण से लिया गया परसिद्ध वाक्य है।
“सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन यह राष्ट्र को रहना चाहिए”
-अटल बिहारी वाजपेयी