देहरादून। ग्रेड पे का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिसकर्मियों समेत उनके परिजन सरकार के रवैये से नाराज है। उनका कहना है कि सरकार ने हमें धोखा दिया। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम ने शहीद दिवस के दिन झूठी घोषणा की। वहीं पुलिसकर्मियों ने चुनाव ड्यूटी से बहिष्कार करने का ऐलान किया है। हालांकि ये देखने वाली बात होगी कि पुलिस मुख्यालय और प्रशासन क्या सख्ती बरतता है।
आपको बता दें कि बीते दिन सरकार ने पुलिसकर्मियों को 4600 का ग्रेड पे ना देकर 2 लाख रुपये की एकमुश्त राशि देने का आदेश जारी किया तभी से 2001 बैच के पुलिसकर्मियों में काफी आक्रोश है। सोमवार को सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मियों के एसपी को लिखे पत्र वायरल हुए हैं इनमें बीआरएस यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद लिखी गई है। इसी सच्चाई पुलिस अफसरों के बयान के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। लेकिन कई पुलिसकर्मी चुनाव बहिष्कार की बात कर रहे हैं। उत्तराखंड डाकिया से पुलिसकर्मी ने कहा कि 2001 बैच के पुलिसकर्मी चुनाव बहिष्कार करेंगे। हालांकि ये देखने वाली बात है।
बता दें कि उत्तराखंड में वर्ष 2001 बैच के पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिसकर्मियों ने सरकार और सीएम धामी पर उनको धोखा देने का आरोप लगाया है। पिछले दिनों पुलिस वालों के परिजनों ने दून में धरना प्रदर्शन किया था। मांग पूरी नहीं होने पर परिजनों ने सीएम आवास कूच गया था जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था। मुख्यमंत्री के पास ही मामला पहुंचा था जिसके बाद उन्होंने मांगों को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था। चुनाव आचार संहिता लग चुकी है, ऐसे में पुलिस कर्मियों की मांग पूरी होने में समय लग सकता है। हालांकि सरकार ने दो ₹200000 देने का शासनादेश जारी किया था जिसे लेने से पुलिसकर्मियों ने इंकार कर दिया है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर विरोध भी दिखा। सोमवार को सोशल मीडिया पर पत्र वायरल हुए हैं जिसमें 1 जिले के एसपी को पुलिसकर्मियों को संबोधित कर ग्रेड पे का मसला ना सुलझने की बात लिखी गई है। साथ ही यह भी लिखा है कि प्रार्थी यानी पुलिसकर्मी की वर्तमान मानसिक स्थिति पुलिस विभाग में सेवा देने के लायक नहीं है। यह भी लिखा है कि वह 2001 के भर्ती हैं और पुलिस की नियमावली के अनुसार भर्ती की तिथि से 16 वर्ष में ग्रेड पे 4600 के हकदार होने चाहिए थे मगर उसका लाभ उन्हें नहीं दिया जा रहा है। अभी लिखा है कि वह अत्यधिक मानसिक स्थिति और पारिवारिक कलह के कारण पुलिस विभाग की सेवा करने में सक्षम नहीं है। उन्हें वीआरएस देने की अनुमति प्रदान करें।
पुलिसकर्मियों का एक और पत्र वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने 2 लाख रुपये पुलिस मुख्यालय में बैठे अधिकारियों और शासन प्रशासन के अधिकारियों के बच्चों को दान में देने की बात लिखी है।













