नकल माफिया नहीं आ रहे बाज, उत्तराखंड STF की बड़ी कार्रवाई, एलटी भर्ती परीक्षा में नकल कराने की कोशिश कर रहे 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार, मास्टर माइंड है 12वीं पास

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बार फिर यूकेएसएसएससी की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा(एलटी) में नकल कराने की कोशिश को नाकाम किया और गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर  जेल भेजा।

माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के द्वारा सभी परीक्षाओं को पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने एवं परीक्षाओं में सुचिता बनाए रखने के लिए दिए गए कड़े दिशा निर्देशों अनुरूप एसटीएफ लगातार निगरानी कर रही है

गिरोह के मास्टरमाइंड और उसके सॉल्वर साथी को “यूकेएसएसएससी की सहायक अध्यापक एल०टी०(मैथमेटिक्स) की परीक्षा” में धांधली करने से पहले ही उत्तराखंड एसटीएफ ने फर्जी प्रवेश पत्र के साथ गिरफ्तार किया। गिरोह का मास्टरमाइंड 12वीं पास है। पूर्व में जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश से भर्ती परीक्षा की धांधली में उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा जेल भेजा जा चुका है।

एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सभी प्रकार की राज्य स्तरीय सेवाओं की भर्ती परीक्षा को पारदर्शी एवं सुचितापूर्ण ढंग से संपन्न कराए जाने हेतु सभी जांच एजेंसी को पूर्व में ही कड़े दिशा निर्देश निर्गत किए गए हैं, जिसके अनुपालन उत्तराखंड एसटीएफ ने द्वारा भी सभी भर्ती परीक्षाओं में किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने और सुचिता बनाए रखने के लिए अपनी सतर्क निगरानी रख रही है।

इसी क्रम में कुछ समय पहले उत्तराखंड एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक व्यक्ति उधम सिंह जिसका भर्ती परीक्षा में नकल कराकर पास कराने का अपना एक गिरोह है, जो भिन्न-भिन्न राज्यों में समय समय पर आयोजित होने वाली अलग-अलग प्रकार की परीक्षाओं में अपने साथियों के साथ परीक्षा में नकल कराकर पैसे लेकर अभ्यर्थियों को पास कराता है| इस व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली कि यह व्यक्ति अपने एक साथी के साथ *दिनांक 18.08.2024 को आयोजित की गई उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की सहायक टीचर /एल०टी० की भर्ती परीक्षा में एक परीक्षार्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बिठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा| इस एबज में 16 लाख में सौदा तय किया गया है।* उधम सिंह के सम्बन्ध में जानकारी यह भी मिली कि उधम पूर्व में भी फर्जी भर्ती कराने के अपराध में अपने साथियों के साथ थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश से जेल जा चुका है, इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा गहनता से जांच शुरू की गई तथा उपरोक्त दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए अपनी एसटीएफ टीमों को हरिद्वार में तैनात कर दिया गया तथा इस दौरान इन एसटीएफ टीमों द्वारा नकल गिरोह की सरगना उधम सिंह एवं उसकेअन्य साथी की के संबंध में काफी सूचना एकत्रित कर ली गई। जिनके आधार पर *दिनांक 18.08.2024 को हरिद्वार मायापुर स्थित परीक्षा केन्द्र एस०वी०एम० इण्टर कॉलेज के बाहर से इस गिरोह का मास्टरमाइंड/ सरगना उधम सिंह एवं उसके बिहार के रहने वाले साथी अनुपम कुमार, जो कि परीक्षार्थी की जगह बैठकर पेपर सॉल्व करने वाला था,दोनों को इस परीक्षा में गड़बड़ी करने से पहले ही गिरफ्तार कर अभियुक्तों के विरुद्ध उत्तराखण्ड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कराकर कल देर रात कोतवाली हरिद्वार में दाखिल किया गया है।*

*गिरफ्तार किए गए व्यक्तियोंके नाम–*

1- उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिह निवासी ग्राम चकबन्दी थाना सरघना जिला मेरठ उ०प्र०|
2- अनुपम कुमार पुत्र बनारस प्रसाद निवासी निकट देवनारायण मार्केट, ओम साई अस्पताल के पीछे, मोहल्ला रामकृष्णा नगर, थाना रामकृष्णानगर, जनपद पटना, बिहार |

*बरामदगी–01 प्रतिरूपित प्रवेश पत्र असिस्टेंट टीचर / एल०टी० (मैथमैटिक्स) एवं तीन मोबाइल फोन|*

*अभियुक्त से पूछताछ का विवरण*— एसटीएफ टीम द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त उधम सिंह ने बताया कि मैंने यूकेएसएसएससी की सहायक टीचर भर्ती परीक्षा(एलटी) परीक्षा में पेपर साल्व कराने के लिये अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था,कुछ रोज पहले दिनांक 18 8.2024 को उत्तराखंड में आयोजित होने वाली उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की LT भर्ती परीक्षा के लिए कुलदीप नाम के कैंडिडेट के संबंध में उसके रिश्तेदार सचिन से मेरी बात चल रही थी जिसने मुझे परीक्षा केंद्र सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार में कुलदीप के बजाय अन्य परीक्षार्थी से परीक्षा दिलवाकर पास करने की वजह के लिये 16 लाख रू० देने का करार हुआ था। जिस पर मैने कुलदीप सिंह का प्रवेश पत्र एवं आधार कार्ड प्राप्त कर उसके स्थान पर अपने दोस्त अनुपम कुमार जो पटना बिहार का रहने वाला है, से परीक्षा दिलाने की योजना बनाई जिसके लिये परीक्षा के बाद मैं अनुपम को 04 लाख रू०देने थे । इस पर आज योजना के अनुसार हम दोनो यहाँ पर कुलदीप सिंह की जगह परीक्षा देने के लिये आये थे| हमारे द्वारा प्रवेश पत्र पर कुलदीप सिंह की जगह अनुपम का फोटो प्रिन्ट कर प्रवेश पत्र तैयार किया गया ताकि उसको आसानी से अन्दर परीक्षा हॉल में जाने का मौका मिल जाये और हम परीक्षा को पास करा सके। जिसके एवज में मुझे चार लाख रुपए आज ही सचिन से लेने थे कि उससे पहले आप लोगों ने हमें पकड़ लिया। जिसने परीक्षा केन्द्र में जाकर कुलदीप सिंह नाम के व्यक्ति के बदले पेपर देना था एवं इसकी एवज में मुझे पेपर के बाद 04 लाख रू० व चयन होने के उपरान्त 12 लाख रू0 कुल 16 लाख रू० मिलने थे। जिसमें सचिन नाम के व्यक्ति से मेरी बात हुई थी, इसमें पेपर क्लीयर कराकर नौकरी दिलाने तक का सारा काम मेरा था| मेरी अपनी हर जगह सेटिंग है | उसी सेटिंग के तहत आज मैं हम यहाँ आये थे। अधिक उधम सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि
*वर्ष 2023 में दिनांक 28.5.2023 मैं यूपी में आयोजित होने वाली VDO की परीक्षा के लिए मैंने अपने खुद के भाई संदीप के लिए पेपर की व्यवस्था की थी,जो मुझे राहुल जो गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है,ने सॉल्व करके मेरे मोबाइल पर पहले ही भेज दिया था जिसे लिये एसटीएफ मेरठ द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उन्हें मेरे फोन से सॉल्व पेपर भी बरामद किया था।* पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्त उधम सिंह एवं अनुपम कुमार से गिरोह के बारे में काफी सारी जानकारियां एसटीएफ को प्राप्त हुई है जिन पर एसटीएफ आगे की कार्रवाई की योजना बना रही है|
*गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम का विवरण–*
1- निरीक्षक अबुल कलाम, 2- निरीक्षक नन्द किशोर भट्ट, 3-उ०नि० विपिन बहुगुणा, 4-उ०नि० यादविन्दर सिंह बाजवा,- 5- उ०नि० विद्यादत्त जोशी, 6-अपर उ०नि० देवेन्द्र कुमार भारती, 7-अपर उ०नि० संजय मेहरोत्रा, 8-हे०कॉ० देवेन्द्र ममगांई,9- हे०कॉ० संजय कुमार, 10-हे०कॉ० महेन्द्र नेगी, 11-कॉ० नितिन कुमार 12-कॉ० मोहन असवाल एस०टी०एफ० उत्तराखण्ड देहरादून व 13-उ०नि० विक्रम सिंह बिष्ट 14-कॉ0 1353 मुकेश उनियाल चौकी मायापुर थाना कोतवाली नगर हरिद्वार

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