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देहरादू : डीआईजी और दून एसएसपी जन्मेजय खंडूरी की कप्तानी में उनकी टीम नशे के खिलाफ सख्त हो चली है. देहरादून पुलिस उत्तराखंड को उड़ता पंजाब की तरह उड़ता उत्तराखंड नहीं बनने देगी। 6 महीने में जिले की पुलिस ने सैंकड़ों नशाखोरों और कारोबारियों को गिरफ्तार किया जो औरों का भविष्य खराब कर रहे थे. साथ ही पुलिस ने करोडों की कीमत की नशीले पदार्थ बरामद किए है ये दून पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।
बता दें कि देहरादून को नशा मुक्त बनाये जाने केलिए डीआईजी और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने नशा के व्यापार में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्व व्यापक स्तर पर समय समय पर अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही करने के साथ-साथ लोंगो को नशें के कुप्रभावो के सम्बन्ध में जागरूक किये जाने के निर्देश जारी किये.नशा खोरों को पकड़ने के लिए और नशे के व्यापार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने1 जनवरी से 30 जून तक विगत 6 माह में अन्तर्राज्यीय तस्करों का नेटवर्क ध्वस्त करते हुए करोडों कीमत के नशीले पदार्थ को बरामद कर सैकडों तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई।
इस दौरान दून पुलिस ने एनडीपीएस के कुल 217 अभियोग पंजीकृत कर 224 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से 13.855 किग्रा0 चरस, 1.791 किग्रा0 स्मैक , 101.117 किग्रा0 गांजा, 14000 ग्राम डोडा पोस्त , 5250 नशीली गोली और 768 नशीले इंजेक्शन, तथा 1532 नशीले कैप्सूल बरामद किये गये जिनकी कीमत लगभग 4,75,94,022 रूपये है तथा आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत कुल 330 मुकदमें पंजीकृत कर 341 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से अंग्रेजी शराब की 5794 बोतल, देशी शराब 4751 बोतल, कच्ची शराब की 646 बोतल तथा बियर की 192 बोतल बरामद की गई तथा 89 वाहन सीज किये गये। बरामद शराब की कीमत लगभग 50,59,450 रूपये है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक और दून एसएसपी ने जनता से अपील की गई है कि नशे के विरूद्व चलाये जा रहे इस व्यापक अभियान में पुलिस का सहयोग करें, तथा नशीले पदार्थ के व्यापार में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में पुलिस को सूचना दे , सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा दून को नशामुक्त बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।