देहरादून : देहरादून में आज भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक हुई जिसमे तमाम मंत्री सांसदों और दिग्गजों ने शिरकत की। इस बैठक में कोरोना के कहर के बीच कैसे प्रचार प्रसार किया जाए इस पर मंथन किया गया। साथ ही टिकट बंटवारे को लेकर भी चर्चा की गई। खबर है कि भाजपा ने इस पर मंथन कर लिया है और अब कल दिल्ली में इस पर सोच विचार होगा।
वहीं इस बीच हरक सिंह रावत सुर्खियों में आए। वो इसलिए क्योंकि हरक सिंह रावत बैठक में दिखाई नहीं दिए। कयासबाजी लगने लगी कि क्या हरक सिंह रावत फिर नाराज हो गए हैं? हरक ना कोर ग्रुप की बैठक में शामिल हुए और ना ही संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए। वहीं जब वो मीडिया से रुबरु हुए तो इसकी वजह पूछने पर हरक सिंह ने साफ तौर पर कहा कि उन्हें कोर ग्रुप की बैठक में शामिल होने की जानकारी नहीं दी गई। वो दिल्ली से लौटे हैं और उन्हें बैठक की जानकारी नहीं दी गई। इससे फिर से सवाल उठने लगे हैं कि क्या हरक टिकट की मांग को लेकर पार्टी से नाराज है और इसलिए दिल्ली गए? क्या पार्टी हरक की नहीं सुन रही?
हरक सिंह रावत ने साफ तौर पर कहा कि उन्हें किसी भी नेता ने फोन नहीं किया है. हालांकि पार्टी नेताओं के अनुसार हरक सिंह रावत को निमंत्रण भेजा गया था। फिर से सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा और हरक सिंह रावत के बीच तनातनी चल रही है? क्या हरक सिंह रावत टिकट की दावेदारी को लेकर दिल्ली अपनी मन की बात करने गए?
ऐसे में अब खबर है कि हरक सिंह के अगले 2 से तीन दिन के मूव पर नजर रहेगी। हरक सिंह रावत अपनी बहू के लिए भी टिकट की मांग कर रहे हैं। क्या पार्टी एक परिवार दो टिकट के फॉर्मूले को नहीं अपनाएगी और इसी के चलते हरक दिल्ली गए?