देहरादून : उत्तराखंड में चुनाव तारीख का ऐलान हो चुका है. 14 फरवरी को उत्तराखंड में मतदान होगा। वहीं इससे पहले टिकट दावेदारी को लेकर भाजपा में भी घमासान होता दिखाई दे रहा है।
बता दें कि हरक सिंह रावत ने वैसे तो पहले कहा था कि वह अब आगे चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन जिस तरह से चर्चाएं चल रही है उससे साफ है कि हरक चुनाव जरूर लड़ेंगे। और तो और वह अपनी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं को भी चुनाव के मैदान में उतारना चाहते हैं। वह लैंसडाउन विधानसभा में सक्रिय दिखे जिससे चर्चा चली शायद वह लैंसडाउन से चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन लैंसडाउन विधायक दिलीप सिंह रावत ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल लिया और शासन से क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में अनियमितताओं की शिकायत की।
वहीं से पहले हरक सिंह रावत ने 4 विधानसभा सीटों यमकेश्वर केदारनाथ डोईवाला और लैंसडाउन से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी वहीं हर एक इच्छा से भाजपा में खलबली मच गई है बता देगी इस खबर से अब स्थानीय बनाम बाहरी की लड़ाई शुरू हो गई है।
पूर्व विधायक शैला रानी रावत ने इसका विरोध किया है और कहा है कि पैराशूट प्रत्याशी को टिकट यहां से नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय को ही यहां से टिकट देना चाहिए। शैला रानी रावत ने कहा कि उनको पार्टी से पूरी उम्मीद है की पार्टी उनको केदारनाथ से टिकट देगी और अगर उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया जाता है तो फिर वह बड़ा फैसला लेंगी।