देहरादून। भाजपा ने राहुल गांधी के श्री बद्री केदार दौरे को लेकर हमला किया तो वही कांग्रेस ने भी बीजेपी को जवाब दिया। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा ने कहा कि राहुल गांधी के केदार दौरे पर भाजपा प्रवक्ताओं की प्रतिक्रिया छोटी और तुच्छ मानसिकता का प्रतीक है।
गरिमा दसौनी ने कहा कि आज मेरे नेता श्री राहुल गांधी उत्तराखंड पधारे हैं। केदार बाबा की शरण में 3 दिन तक रहेंगे। विशुद्ध यात्रा पर वह आए हैं ऐसे में उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेश जोशी की प्रतिक्रिया इस दौरे पर अभी-अभी प्राप्त हुई। जोशी जी से यह आशा थी नहीं। ढाई मिनट के अपने वीडियो में गांधी परिवार को जितना नीचा दिखा सकते थे जितना सनातन विरोधी वह बता सकते थे उन्होंने कोशिश की। लेकिन मेरा जवाब समूची भाजपा को और सुरेश जोशी जी को यह है कि 2013 में ना देश को मोदी जी का नेतृत्व मिला था और ना ही कोई चुनाव नजदीक थे वह राहुल गांधी अकेले एक मात्र ऐसे नेता है जब देवी आपदा उत्तराखंड पर आई तो 19 किलोमीटर पदयात्रा करके एक सुरक्षित उत्तराखंड का सुरक्षित केदार का संदेश राहुल गांधी जी ने पूरे देश और विदेश को दिया था अपने बहुत बड़ी-बड़ी बातें की ऐसा लगा जैसे आप हिंदू सनातन धर्म के तथाकथित जिंदाबाद हैं
बता दें कि बीजेपी ने कहा कि राहुल गाँधी का दौरा 100 करोड़ सनातनियों के बढ़ते सामर्थ्य का परिणाम। साथ ही चुनाव के दौरान दौरे की टाइमिंग पर कटाक्ष करते हुए कि जिन्होंने कभी रामलीला नही देखी, वो श्री राम का तिलक भी कर रहे हैं और बाबा के दरबार ने माथा टेकने भी पहुंचते हैं।
राहुल गांधी के दौरे को लेकर कहा कि सुरेश जोशी ने उनके सनातन में विश्वास व्यक्त करने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, हम देवभूमिवासी अथिति देवों की संस्कृति पर विश्वास करते हैं और राहुल गांधी के श्री बद्री केदार यात्रा पर पहुंचने पर स्वागत है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता देव भूमि के तीर्थ स्थलों सहित देश के अन्य भागों मे भी सनातन संस्कृति के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहे है। इससे वह केदारनाथ के भव्य स्वरूप को देखकर उन नेताओं का भी मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कटाक्ष कर कहा, राहुल मोदी सरकार के विकास कार्यों को देख रहे हैं। इससे पूर्व धारा 370 हटने के बाद कश्मीर देखा अब केदारनाथ जा रहे हैं। उनको अयोध्या और बनारस एवं महाकाल भी ज़रूर जाना चाहिए ताकि पता चल सके धार्मिक स्थलों और सनातन के सरंक्षण और सनातन के प्रति मोदी सरकार कितनी सजग है।
साथ उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि किस तरह उनकी सहयोगी पार्टी के नेता उदयनिधि स्टालिन सनातन के समूल नाश का जाप कर रहे हैं, कैसे उनके उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के मंत्री बेटे कैसे सनातनी संस्कृति का उपहास करते हैं, कैसे उनके सहयोगी पवित्र रामायण ग्रंथ का अपमान करते हैं और कैसे उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष इन्ही श्री बद्री केदार के प्रसाद को अपमानजनक तरीके से अपनी राजगद्दी पर बैठे बैठे स्वीकार करते हैं । ताउम्र सनातन का अपमान करने की नीति अपनाने वालों के लिए हम बाबा केदार से प्रार्थना करते हैं कि वे राहुल और कांग्रेस पार्टी को सद्बुद्धि दे सनातन के सम्मान की, भ्रष्टाचार को त्यागने की, राष्ट्र की तरक्की के लिए सकारात्मक सोच अपनाने की । उन्होंने सलाह देते हुए कहा, अब राहुल को गंभीरता दिखाते हुए सुविधावादी हिंदू बनने की प्रवृति छोड़ देनी चाहिए क्योंकि जनता इसे बखूबी पहचान गई है ।
श्री सुरेश जोशी ने राहुल की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा, हनेशा चुनावों और कांग्रेस के लिए कठिन परिस्थिति में ही उन्हें सनातन धर्म की याद क्यों आती है । इससे पूर्व जब शाहबानो केस में किरकरी हुई तो स्वर्गीय राजीव गांधी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर का ताला खुलवाया और फिर डर कर पीछे हट गए और तब से लगातार कांग्रेस सनातन विरोधी झंडा बुलंद करती आई है । उन्होंने तंज कसे हुए कहा, जिन श्रीमति सोनिया गांधी ने कभी अपने बच्चों को रामलीला नही दिखाई हो वो श्री राम का तिलक करती नजर आए कोई विश्वास नहीं करेगा । जो प्रभु श्री राम को कल्पना मानते हों उनका चुनावों ने जनेऊ धारण करना, मंदिर मंदिर भटकना और अब बाबा केदार के दरबार पहुंचना वो भी पांच राज्यों के चुनाव के बीच में अचंभित करता है ।