उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा प्रवक्ता विनोद सुयाल के कांग्रेस की यात्रा स्थगित होने को लेकर दिए गए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। दसौनी ने कहा कि विनोद सुयाल को शर्म आनी चाहिए जिस तरह का संवेदनहीन बयान उन्होंने केदारनाथ में आई आपदा को लेकर दिया है उसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.
गरिमा दसौनी ने कहा कि विनोद सुयाल ने संवेदनहीनता की सारी हदों को पार करते हुए कांग्रेस के लोगों को पापी ही नहीं कहा यह तक कह दिया कि केदारनाथ भगवान नहीं चाहते थे कि कांग्रेस के पापी उनके दर्शन करें इसलिए वहां आपदा आई है। इस पर दसौनी ने प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार बंधुओ को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विनोद सुयाल को अपनी जुबान पर लगाम देनी चाहिए ।पापी कांग्रेसी नहीं भाजपाई हैं जिन्होंने केदार धाम से 228 किलो सोना चोरी कर दिया, जिन्होंने बौराडी, दिल्ली में केदारनाथ धाम के प्रतीकात्मक मंदिर के भूमि पूजन में शिरकत कर धाम का अपमान किया, जिन्होंने केदारनाथ मंदिर में लाइट एंड साउंड कार्यक्रम रखवाया, जिन्होंने क्यू आर कोड से चंदा खाया जिन्होंने गंगोत्री यमुनोत्री में चार धाम यात्रा के दौरान धारा 144 लगाई और जिन्होंने देवस्थान बोर्ड का गठन किया, पापी वह लोग हैं जिन्होंने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरआनंद जी को कांग्रेस का एजेंट बताया।
गरिमा दसौनी ने कहा कि और तो और भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से कांग्रेस की यात्रा आपदा के चलते स्थगित होने पर ख़ुशी मना रही है ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी अपनी संवेदनाओं को खो चुकी है और लोगों की मौतों और उनके बहने, उनके मलबे में दबे होने से भी उस पर कोई असर नहीं हो रहा है। भाजपा प्रवक्ता के बयान से लगता है जैसे वो केदारनाथ आपदा से खुश हो।
गरिमा दसौनी ने कहा कि दिन प्रतिदिन भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं का स्तर गिरता ही चला जा रहा है, इसका जवाब अब उन्हें बाबा केदार और उत्तराखंड की जनता ही देगी।