देहरादून : देहरादून पुलिस की तारीफ तो बनती है क्योंकि बीते 10 दिनों के अंदर कई वीवीआईपी प्रोग्राम हुए और साथ ही रैतिक परेड के साथ स्थापना दिवस पर लाखों की संख्या में राज्य भर से लोग देहरादून पहुंचे और सड़कों पर वाहनों का दबाव भी देखने को मिला। फिर सीएम के कार्यक्रम लेकिन देहरादून पुलिस ने जिस तरीके से व्यवस्था की वह काबिले तारीफ है।
देहरादून एसएसपी के अद्धितीय नेतृत्व क्षमता व अचूक रणनीति का फिर असर दिखा। बीते 09 दिनों के अंतराल में दून पुलिस ने विधानसभा विशेष सत्र के साथ – साथ महामहिम राष्ट्रपति, मा० प्रधानमंत्री भारत सरकार के भ्रमण कार्यक्रम व रजत जयंती रैतिक परेड को सकुशल सम्पन्न कराया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों तथा अन्य राज्यों से लाखों की संख्या में देहरादून लोग पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा/ यातायात व्यवस्था हेतु बनाई गई अचूक रणनीति का धरातल पर असर दिखा।
04 हज़ार से अधिक छोटे व बड़े वाहनों के कार्यक्रम के लिए जनपद में आने के उपरांत भी मुख्य मार्गो पर यातायात के दबाव व जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
एसएसपी देहरादून की अद्धितीय नेतृत्व क्षमता व अचूक रणनीति का असर एक बार फिर देखने को मिला, जिसमें विगत 09 दिनों के अंतराल में दून पुलिस ने विधानसभा के विशेष सत्र के साथ – साथ महामहिम राष्ट्रपति भारत, मा० प्रधानमंत्री भारत सरकार के भ्रमण कार्यक्रम व रजत जयंती रैतिक परेड जैसे बड़े आयोजनों को सकुशल रूप से सम्पन्न कराया गया।
उत्तराखंड राज्य के 25 वे स्थापना दिवस के अवसर पर एफआरआई में आयोजित रजत जयंती समारोह के दौरान माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु विभिन्न जनपदों तथा राज्यो से 2800 से अधिक बसों तथा 1200 से अधिक अन्य छोटे बड़े चौपहिया वाहनो से लगभग 01 लाख व्यक्ति देहरादून पहुँचे थे, इतनी बड़ी संख्या में लोगों तथा उन्हें लेकर जनपद में आने वाले वाहनों को सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित रूप से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाना तथा कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत उन्हें सकुशल एवं व्यवस्थित रूप से गंतव्य को रवाना करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे एसएसपी दून के नेतृत्व में दून पुलिस द्वारा पूर्ण कार्य कुशलता के साथ सम्पादित किया गया।
मा० प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा/ यातायात व्यवस्था हेतु बनाई गई कुशल रणनीति का परिणाम धरातल पर दिखाई दिया, जिससे इतनी बड़ी संख्या में लोगों तथा वाहनों के जनपद में आगमन के उपरांत भी मुख्य मार्गो पर न तो यातायात के दबाव का असर देखने को मिला और न ही कही जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।










