डीजीपी अशोक कुमार रविवार को पानीपत स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे। ओलिंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खंडरा गांव के नीरज चोपड़ा ने रविवार को पसीना खुर्द गांव स्थित एनएसए फैब इंटरनेशनल फैक्ट्री में अभिनंदन समारोह में शिरकत की। इस समारोह का आयोजन नीरज के ननिहाल कुराना गांव के नरेश कुमार और ग्रामीणों ने किया था। नरेश कुमार गर्ग उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार गर्ग के भाई हैं। इस मौके पर नीरज को किसी ने गदा तो किसी ने पगड़ी भेंट की तो वहीं नारायण नामक युवक ने उन्हें स्कैच भेंट किया। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने भी भांजे को प्यारा सा तोहफा दिया। इस मौके पर डीजीपी की पत्नी अलरकनंदा और बेटा भी मौजूद रहे।
भांजे नीरज को भेंट किया चांदी का जैवलिन
इस मौके पर डीजीपी अशोक कुमार ने भांजे नीरज को चांदी का जैवलिन भेंट किया। नीरज ने स्टेज पर जैवलिन थ्रो का एक्शन किया तो पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। डीजीपी ने भांजे से वचन भी लिया कि वह डीजीपी के पद से सेवानिवृत होने के बाद जरूरतमंद खिलाड़ियों को तरासेंगे, ताकि वे ओलिंपिक में पदक जीत सकें। तब नीरज युवकों को ट्रेनिंग देने में सहयोग करेंगे। नीरज ने हामी भर दी।इस दौरान नीरज ने सम्मानित करने पर सभी का हाथ जोड़कर धन्यवाद किया और कहा कि गांव में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। अगर खेल व शिक्षा के सही संसाधन मिले तो और भी खिलाड़ी ओलिंपिक में पदक जीत सकते हैं। अशोक कुमार ने कुराना गांव से शिक्षा ली और मेहनत के बल पर डीजीपी के पद पर पहुंच गए हैं। इनसे भी युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिये।










