देहरादून: उत्तराखंड में नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है। आए दिन स्मैक तस्कर, शराब तस्कर और कई नशे का कारोबार करने वाले सौदागर पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं। बच्चों को नशा बांटकर उनका भविष्य खराब किया जा रहा है। नई युवा पीढ़ी स्मैक समेत शराब का नशा करके अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। इनमे सिर्फ युवक ही नहीं बल्कि युवतियां भी शामिल है जो नशा करने में पीछे नहीं है। ताजा मामला देहरादून से नशा मुक्ति केंद्र का है जहां से 4 लड़कियों के फरार होने की खबर है। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी गई है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है लेकिन फिलहाल अभी तक लड़कियों का पता नहीं चल पाया है।
क्लेमेंटटाउन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रकृति विहार, टर्नर रोड पर वॉक एंड विन साबर लिविंग होम एंड काउंसिलिंग सेंटर (नशा मुक्ति केंद्र) है। यहां पांच युवतियां भर्ती थीं। इनमें से चार गुरुवार शाम वार्डन को चकमा देकर भाग गईं। इनमें तीन लड़की देहरादून और एक रुड़की की है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर उनकी तलाश शुरू की। युवतियों केपरिजनों से भी संपर्क किया गया, हालांकि रात नौ बजे तक व अपने घर नहीं पहुंची थीं। इन सभी को फरवरी में भर्ती कराया गया था। पुलिस के मुताबिक वार्डन गुरुवार देर शाम एक लड़की से बात कर उसकी काउंसिलिंग कर रही थीं।
इसी दौरान अन्य चारों युवतियां चुपके से नशा मुक्ति केंद्र से फरार हो गई। इतना ही नहीं लड़कियों ने गेट में ताला भी लगाया और लापता हो गई। वहीं पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। इस खबर से शहर भर में हड़कंप मचा हुआ है। पहले तो लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि युवतियां नशे की गिरफ्त में थी और नशा मुक्ति केंद्र में थी। आपको बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब नशा मुक्ति केंद्र से कोई फरार हुआ हो बल्कि इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।