देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सावन के पहले सोमवार के दिन अपशकुन माने जाने वाले गढ़ी कैंट स्थित मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश किया। सीएम ने सीएम आवास स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना की और पूजा अर्चना कर विधि विधान से बंगले में प्रवेश किया। इस दौरान उनकी मां, पत्नी और दोनों बच्चे भी मौजूद रहे।
गढ़ी कैंट स्थित सीएम आवास को माना जाता है अपशकुन
आपको बता दें कि गढ़ी कैंट स्थित सीएम आवास को अपशकुन माना जाता है। इस बंगले को लेकर कई मिथक हैं। कहा जाया है कि आज तक जो भी सीएम इस बंगले में रहा वो अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता। हालांकि दो सीएम ऐसे भी रहे जो इस बंगले में नहीं रहे लेकिन उनकी कुर्सी भी छिन गई। उनमे शामिल हैं हरदा और तीरथ रावत जो इस बंगले में रहने नहीं गए लेकिन फिर भी उनकी कुर्सी चली गई।
CM धामी ने अभिशापित माने जाने वाले बंगले में अलग तरीके से किया प्रवेश
आपको बता दें कि आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इन सभी मिथकों को किनारा कर इस अभिशापित माने जाने वाले बंगले में अलग तरीके से प्रवेश किया। कहते हैं मां के प्यार और मां के आशीर्वाद में सबसे ज्यादा ताकत होती है। मां के आशीर्वाद के लिए और प्यार के लिए हर को तरसता है। मां के आशीवार्द से बच्चे का हर काम बन जाता है और हर राह खुल जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए और मिथकों को पीछे छोड़ते हुए कुछ ऐसा ही किया सीएम पुष्कर धामी ने।
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मां के पैर छूकर किया बंगले में प्रवेश
जी हां बंगले में प्रवेश करने के दौरान सीएम ने अपनी मां के पैर छुए और साथ ही सीएम आवास स्थित कार्यालय की कुर्सी में सीएम पुष्कर सिंह धामी की मां ने बेटे को कुर्सी में बैठाया। जिससे साफ है कि सीएम धामी मिथक पर कोई भरोसा नहीं करते उन्हें भरोसा है तो बस मां के आशीर्वाद पर जिससे बच्चे का काम बन जाता है। सीएम धामी को भरोसा है मां के प्यार पर जिससे ज्यादा ताकत किसी में नहीं। आज तक ऐसा किसी सीएम ने नहीं किया है। सीएम धामी ने इस बंगले में अलग अंदाज में प्रवेश किया। सीएम का कहना है वो कर्म में विश्वास करते हैं।