देहरादून : उत्तराखंड में कांग्रेस की हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं अब खबर है कि गणेश गोदियाल को फिर से अध्यक्ष का पद सौंपा जा सकता है।
गौर हो की हार के बाद गणेश गोदियाल ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना त्यागपत्र हाईकमान को सौंपा था लेकिन अब खबर है कि शीर्ष नेतृत्व गोदियाल को फिर से उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर सौंप सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हाईकमान ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के हारने के कारणों की समीक्षा के साथ ही तत्कालीन प्रदेश अध्यक्षों के कामकाज का भी रिव्यू किया है। अन्य प्रदेशों के मुकाबले उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष रहे गणेश गोदियाल को सबसे कम महज 6 महीने का कार्यकाल मिला था। इस दौरान गोदियाल ने संगठन की मजबूती के लिए अथक प्रयास किए और काम किए।
इसी के साथ कई नए कार्यकर्ताओं को पार्टीसे जोड़ने का काम किया जिससे वो गोदियाल को एक और मौका दे सकते हैं। चुनाव भी वो कम वोटों के अंतर से हारे। प्रदेश की 40 से अधिक विधानसभाओं तक पहुंचकर गोदियाल ने कार्यकर्ताओं को चुनाव में जीत का हौसला दिया।