देहरादून : उत्तराखंड में आचार संहिता से कुछ घंटे पहले शिक्षा विभाग में बंपर तबदले हुए जिस पर कई सवाल खडे़ हुए। विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। पूर्व सीएम हरीश रावत ने बकाथदा पीसी की और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की लेकिन अब अनके अरमानों में पानी फिर गया है।
बता दें कि शासन द्वारा एक बड़ा आदेश जारी किया गया है। महानिदेशक विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी ने आदेश जारी करते हुए राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण स्थानांतरित शिक्षकों को कार्यमुक्त और कार्यभार ग्रहण न कराए जाने के संबंध में आदेश जारी किया है। अपने आदेश में महानिदेशक विद्यालय शिक्षा ने कहा है कि माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों के शासनादेश दिनांक 7 जनवरी को तथा बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों के शासनादेश दिनांक 7 जनवरी को जारी कर अतिथि शिक्षकों के स्थानांतरण किए गए किंतु 8 जनवरी को अपराहन 3:30 बजे राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई जिस के दृष्टिगत किसी भी कार्मिक शिक्षक को कार्यमुक्त कार्यभार ग्रहण न कराया जाए।
इस मध्य में यदि किसी कार्मिक द्वारा स्थान त्रि स्थल से कार्यमुक्त होकर नए स्तर पर कार्यभार ग्रहण कर लिया गया है तो उसे निष्प्रभावी करते हुए उसे मूल तैनाती स्थल पर वापस सुनिश्चित किया जाए। यही नहीं आदेशों के अनुपालन तुरंत कराया जाए यदि कोई शिक्षक कार्य मुक्त होकर नए स्थान पर पहुंच गया है तो उसे तत्काल उसे पूर्वर्ती विद्यालय पर वापस करना सुनिश्चित कराया जाए।