कांग्रेस ने भी लंबे मंथन और बातचाती के बाद, कई बैठकों के दौर के बाद नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष समेत 2022 के लिए तैयार टीम का ऐलान कर दिया है। लेकिन कांग्रेस ने फेरबदल के ऐलान के बाद नाराजगी भरे सुन सामने सुनाई देने लगे हैं। जी हां बता दें कि धारचूला विधायक हरीश धामी ने कुछ नई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए पार्टी छोड़ने की धमकी दे डाली। खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें फोन कर मनाने समझाने की कोशिश भी की है लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि हरीश धामी की नाराजगी बरकरार है।
पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट से विधायक हरीश धामी को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बेहद करीबी माना जाता है। दोनों की जो़ड़ी गुरु शिष्य की है। गुरुवार को पार्टी हाईकमान ने 26 दिन की कसरत के बाद प्रदेश संगठन में फेरबदल किया। कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष आर्येंद्र शर्मा को सौंपी गई है। 2022 के चुनाव के के लिए ये नाम अहम रोल निभाएंगे। वहीं बता दें कि आर्येंद्र को हरीश रावत के विरोधी खेमे का माना जाता है। यही वजह है कि धामी को यह नियुक्ति सख्त नागवार गुजर रही है और उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की है। उनकी नाराजगी की चर्चा इंटरनेट मीडिया पर जोर पकड़ती जा रही है।
बताया गया कि उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले और फिर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किए गए आर्येंद्र शर्मा की नई जिम्मेदारी को लेकर आपत्ति है।धामी का कहना है कि ऐसे व्यक्ति को कोषाध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद नहीं सौंपा जाना चाहिए। यही नहीं उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष अधिक बनाए जाने को लेकर भी आपत्ति है। मीडिया से बातचीत में धामी ने अपनी आपत्ति को सही बताया। सूत्रों की मानें तो धामी से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दूरभाष पर संपर्क कर मनाने की कोशिश की। फिलहाल धामी ने अपने रुख पर कायम रहने के संकेत दिए हैं।