देहरादून अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए भाजपा ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया है और इसी के साथ उनको पद से बर्खास्त कर दिया गया है जिसके बाद हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की खबर है। जानकारी मिली है कि आज वह अपनी बहू के साथ कांग्रेस का दामन दिल्ली में थामेंगे।
लेकिन इससे पहले अरब की जंग में एक और रावत कूद गए हैं। जी हम बात कर रहे हैं केदारनाथ से विधायक मनोज रावत की जिन्होंने हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने से पहले उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
विधायक मनोज रावत का कहना है कि हरक सिंह रावत ने भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का मॉडल पेश किया है। डॉ हरक के कुप्रबंधन के दर्जनों मामले उनके पास है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर वह कभी भी सामने रख सकते हैं।
आपको बता दें कि केदारनाथ से कॉन्ग्रेस विधायक मनोज रावत के लिए बेचैन हो गए हैं क्योंकि हरक सिंह रावत आज कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं और हरक सिंह रावत ने केदारनाथ समेत 4 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी जिससे कहीं ना कहीं अब मनोज रावत को अपनी सीट होने का भी डर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा में रहते हुए डॉ हरक सिंह रावत ने अपने लिए 3 विधानसभा सीटों में जिनमें केदारनाथ, लैंसडोन और डोईवाला की डिमांड कर रहे थे। लेकिन उनकी डिमांड दिन पर दिन हाईकमान पर दबाव बना रही थी। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले ही उनकी विदाई कर दी और उन्हें सारे पदों से हटा दिया।
वहीं इससे अब कांग्रेस असहज की स्थिति में आ गई है और साथ ही अब हरक को लेकर यही कहा जा सकता है कि हरक अब ना इधर के रहे ना उधर के।