सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पहली बार मुलाकात की और देहरादूनलौटे। जिसके बाद सियासत के गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। जानकारी मिली है कि त्रिवेंद्र रावत ने पीएम मोदी को उत्तराखंड में फिर विधानसभा चुनाव जीतने का भरोसा दिया है, वहीं, शाह से उनकी राज्य के राजनीतिक हालातों पर चर्चा हुई। सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र को मोदी से मुलाकात का 12:5 मिनट पर भेंट का समय दिया था, लेकिन इस दौरान संसद भवन में मोदी कुछ वरिष्ठ अफसरों के साथ मीटिंग में थे। यह मीटिंग खत्म होने के 20 मिनट बाद त्रिवेंद्र की मोदी से मुलाकात हुई।लगभग आधा घंटें से ज्यादा राज्य के विभिन्न मसलों पर उन्होंने मोदी के संग चर्चा की। उन्होंने चार साल तक उत्तराखंड में जनता की सेवा का मौका देने पर पीएम का आभार भी जताया।
सूत्रों ने बताया कि त्रिवेंद्र ने उनसे आगामी विधान सभा चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा की और भरोसा दिया कि भाजपा राज्य में दोबारा सत्ता में आएगी और एक कार्यकर्ता के रूप में कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी वे ईमानदारी से उसे निभाएंगे। इससे पहले पूर्व सीएम ने केंद्रीय मंत्री शाह से भी मुलाकात की।
क्या त्रिवेंद्र को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी ?
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के पीएम मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री शाह से मुलाकात के बाद फिर राज्य में सियासत के गलियाओं में चर्चाएं तेज हो गई हैं। त्रिवेंद्र रावत के करीबी लोगों का मानना है कि पार्टी राष्ट्रीय संगठन में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। पार्टी हाईकमान त्रिवेंद्र रावत को संगठन में कोई औहदा दे सकता है।