संत समाज से बड़ी खबर है। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटे राजन का राइट हैंड रहे अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को साधु संतों की तरफ से गुरु दीक्षा देकर अखाड़े में शामिल किया गया. अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को विदेश से प्रत्यर्पण कर लाया गया था, तब से कई जेलों में बंद चल रहा है. प्रकाश पांडेय छोटा राजन का शूटर भी रहा है.
छोटा राजन का राइट हैंड रहे प्रकाश पांडे ने कई हत्याएं की है उसके खिलाफ कोई मुकदमे दर्ज है वही आज उसने संयास ले लिया है और वह अखाड़े में शामिल हो गया है जिसके बाद बवाल मच गया है और इसकी जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। संत समाज के लोग इससे नाराज हैं कि आखिर अंडरवर्ल्ड डॉन को क्यों संत समाज में अखाड़े में शामिल किया गया।
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय अब उसे अखाड़े में शामिल किया गया है. प्रकाश पांडे उर्फ पी अंडरवर्ल्ड डॉन रहा है. उसने कई साल तक छोटा राजन ग्रहण में काम किया, उसके बाद उसने अपना गिरोह बनाया फिरौती और हत्या जैसे मामले प्रकाश पांडे पर चल रहे हैं. फिलहाल प्रकाश पांडेय अल्मोड़ा जेल में बंद है.
बता दें कि श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा हरिद्वार ने अल्मोड़ा कारागार में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को गुरु दीक्षा दी और अपने अखाड़े में शामिल किया. अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे को पहाड़ों के विभिन्न मंदिर जिनमें से मुख्य गंगोत्री भैरव मंदिर, गंगोलीहाट के त्र्यंबकेश्वर मंदिर महादेव, मुनस्यारी में कालिका माता मंदिर, काला मुनि मंदिर का मुख्य महंत बनाया गया। अल्मोड़ा कारागार में पहुंचकर थानापति राजेंद्र गिरि, महंत सुरेंद्र पुरी तथा हिंदूवादी नेता कृष्ण कांडपाल के सानिध्य में डॉन प्रकाश पांडे को गुरु दीक्षा दी गई, जिसके बाद से उसका नया नाम प्रकाशानंद रखा गया है.
उन्होंने कहा कि इसके बाद इनको कुंभ में इनका मुंडन संस्कार किया जाएगा. उसके बाद आगे के दायित्वों पर विचार किया जाएगा. अब डॉन प्रसाश पांडये को प्रकाशानंद महाराज के नाम से जाना जाएगा. छोटा राजन के लिए काम कर चुका डॉन प्रकाश पांडेय, कभी फिरौती और हत्या किया करता था और अब संत बन गया है।
जांच बैठाई, समिति गठित
मामले का श्री महंत हरिगिरि ने संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी। महंत हरिगिरि ने इसे गलत ठहराते हुए जांच बैठा दी है।उन्होंने कहा कि दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। कहा कि मामले की जांच के लिए 7 वर्तमान और निवर्तमान पदाधिकारियों की एक समिति बना दी गई है, जो अपनी जांच रिपोर्ट देगी। इसके बाद पीपी पांडेय को संत बनाने वाले संतों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।