हरिद्वार लोकसभा से लगातार सियासी खबरें आ रही है. कभी वहां हरक सिंह रावत पहुंच रहे हैं तो कभी हरीश रावत. जी हां पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीते दिन हरिद्वार से लौटने के बाद अब वहां आज हरीश रावत ने दस्तक की. वो सियासी जमीन टटोलने गए और लोगों को भांपा, साथ ही लोगों की जमकर तारीफ कर गए हों जैसे मानों कह रहे हों कि हरक नहीं मैंचुनाव लड़ूंगा और मुझे वोट देकर जिताना।
बता दें कि आज गुरुवार को हरीश रावत अचानक फेरूपुर पहुंचे जहां उनका स्वागत कार्यक्रम हुआ। खुद के स्वागत कार्यक्रम में हरीश रावत ने ग्रामीणों की जमकर तारीफ की। लेकिन बडी खबर ये है कि हरक के हरिद्वार से लोकसभा लड़ने की मंशा जाहिर करने के सवाल पर चुप्पी साध गए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री के इशारे पर ही हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में पंचायत चुनाव के परिसीमन व आरक्षण में बड़ा खेल खेला गया है। इससे कांग्रेस के कई लोग चुनाव लड़ने से वंचित रह गए हैं।
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर पार्टी के लोगों को पंचायत चुनाव में जिताने की अपील की है। कहा कि भाजपा को सबक सिखाने का यह एक मौका है।उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में जो भी पार्टी विरोधी कार्य करेगा, उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देहरादून के भाजपा के लोग उनके और हरिद्वार के लोग उनकी बेटी अनुपमा रावत के पीछे पड़े हैं, जबकि लोगों से उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। हरीश रावत ने अपने संबोधन में कहा कि वह देहरादून से कहीं और जाने वाले नहीं हैं। 2027 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाकर दिखाएंगे। सरकार बनने पर हरिद्वार के विकास के लिए हरिद्वार विकास परिषद का गठन किया जाएगा।