हरिद्वार उत्तराखंड भाजपा से बड़ी खबर है। एक बार फिर से भाजपा विधायक चर्चाओं में आ गए हैं। बता दें कि नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी के मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के कथित पीआरओ पिंटू शर्मा और संजीव शर्मा के खिलाफ थाना भगवानपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है। हालांकि इनके बारे में पूछने पर मदन कौशिक के स्टाफ का साफ तौर पर कहना है कि पिंटू शर्मा नाम का कोई भी पीआरओ नहीं है। वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा पर हमला कर हो गई है। खबर है कि संजीव शर्मा को गिरफ्तारी कर लिया गया है जबकि पिंटू शर्मा फरार बताया जा रहा है।
जानकारी मिली है कि पूर्व ग्राम प्रधान सरठेडी धर्मपाल सिंह ने पुलिस से शिकायत की है। तहरीर पर 12 जून को धारा 420,406 व 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
शिकायत में कहा गया कि नगर निगम, पालिका व पंचयत के 646 पदों की विज्ञप्ति निकली थी। 31 अक्टूबर 2021 को परीक्षा हुई। पुत्र व भतीजे की नौकरी के नाम पर ढाई लाख रुपए संजीव शर्मा के खाते में जमा कराए। जबकि 4.5 लाख नगद दिए। लेकिन 29 अप्रैल 2022 को रिजल्ट निकलने पर उनके बेटे का चयन नहीं हुआ। पिंटू और संजीव ने पैसे वापस भी नहीं किये। एफआईआर में पिंटू शर्मा ने PRO मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष लिखा गया है। इस मामले के बारे में जब मदन कौशिक से फोन पर बात करने की कोशिश की तो उनके स्टाफ ने बताया कि पिंटू शर्मा कोई PRO नहीं है।
बहरहाल, हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक के कथित PRO का नाम धोखाधड़ी के मामले में दर्ज होने से उत्तराखंड की सियासत में हलचल मच गई है वहीं विपक्ष अब इस मुद्दे को सदन में उठा सकता है और हंगामा हो सकता है।