हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी नेशनल हाईवे-5 पर चील जंगल के पास चट्टानें गिरने की घटना सामने आई है। इस हादसे में एचआरटीसी बस की चपेट में आने की सूचना है। बताया जा रहा है कि चट्टानें गिरने से एचआरटीसी बस मलबे में दब गई है। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
हरिद्वार जा रही हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस का चालक ही बचा है। बाकी सब मलब में दबे हुए हैं। चालक के मुताबिक बस में 30 से 35 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है बस समेत एक ट्रक व पांच से छह छोटी गाड़ियां भी मलबे की चपेट में आई हैं।
बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है। चट्टानें गिरने से कई वाहन मलबे में दब गए हैं। एचआरटीसी बस और अन्य वाहनों में कितने लोग सवार थे, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
घटनास्थल के दोनों तरफ अभी भी पत्थर और मलबा गिर रहा है। इस कारण प्रशासन व बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच पाए हैं। बस के अलावा छोटे वाहनों में भी कई लोग सवार थे, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 50 से ज्यादा मलबे की चपेट में आ गए हैं। सड़क पर भारी मलबा गिरने के कारण प्रशासन व बचाव दल को मौके पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था और 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा था।