देहरादून : बीते रोज विकास नगर भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान का अवैध खनन को लेकर अधिकारी से फोन पर बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर खासी सुर्खियां बटोर रहा है।
इस पर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने तल्ख प्रतिक्रिया दी है। दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सीमित संसाधनों वाला राज्य है, जल जंगल और जमीन पर हमारा अस्तित्व टिका हुआ है उसके साथ खिलवाड़ किसी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।
गरिमा दसौनी ने कहा कि विकास नगर से भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान की फोन पर जो बातचीत है उससे साफ परिलक्षित होता है कि उत्तराखंड के नदी नालों का सीना अवैध खनन माफियाओं ने छलनी कर डाला है और वह फोन पर यह कहते हुए पाए गए हैं कि “यह तो प्रशासन को खुली चुनौती है” और “नदियों में चारों तरफ चोरों का बोलबाला है”।
गरिमा दसौनी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है की सत्ता रूढ़ दल के किसी नेता ने राज्य में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन की बात स्वीकारी हो। इससे पहले भी संसद सत्र के दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से सांसद त्रिवेंद्र रावत ने भी संसद भवन में राज्य में हो रहे अवैध खनन का मुद्दा उठाया था। दसौनी ने कहा कि यह राज्य के लिए अलार्मिंग सिचुएशन है की सत्ता पक्ष के नेता अवैध खनन की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार रहे हैं फिर भी सरकार और प्रशाशन मूकदर्शक बने हुए है ।इसका अर्थ है कि या तो वह सब कुछ देख कर भी अनजान बने रहना चाहते है या फिर अपने फायदे के लिए धृतराष्ट्र बने हुए हैं । गरिमा ने कहा की एक ओर उत्तराखंड में बजट सत्र आहूत होने जा रहा है, दूसरी ओर राज्य में 38वें राष्ट्रीय खेल गतिमान है जहां से भारी अव्यवस्थाओं की पोल खुल रही है और तो और राज्यवासी दो बाहुबली नेताओं के बीच में कानून व्यवस्था का चीर हरण होते हुए देखने को मजबूर हो रहे हैं लेकिन प्रदेश के मुखिया को दूसरे प्रदेशों में पार्टी के प्रचार से फुर्सत नहीं मिल रही है।गरिमा ने कहा कि उत्तराखंड के पास भाजपा राज में अपनी बेबसी पर आंसू बहाने के अलावा कोई चारा दिखाई नहीं पड़ रहा।