उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ में नशा और नशा तस्करी लगातार बढ़ती जा रही है. नशे के सौदागर युवाओं को भविष्य खराब कर रहे हैं,. पुलिस लगातार नशे के विरुद्ध अभियान चलाएं है जिसके तहत अभी तक कई नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है. लेकिन फिर भी सौदागर बाज नहीं आ रहे हैं.
ताजा मामला चमोली का है जहां पुलिस ने अवैध चरस के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में युवक ने बताया कि हाल ही में उसने पुलिस कांस्टेबल भर्ती की फिजिकल परीक्षा भी पास की है। लेकिन पैसे कमाने के चक्कर में वो नशे का सौदागर बन गया. बता दें कि आरोपी की उम्र 23 साल है और उसका भविष्य खराब हो गया है।
दरअसल, चमोली जिले को नशामुक्त करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने पुलिसकर्मियों को नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करने और नशे के विरुद्ध आमजनमानस को जागरुक करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसी कड़ी में बुधवार को पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन नताशा सिंह के पर्यवेक्षण में कोतवाली चमोली और एसओजी की संयुक्त टीम ने पीपलकोटी क्षेत्र से एक व्यक्ति को 770 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया। उक्त युवक के विरुद्ध थाना चमोली में एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्त को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
गिरफ्तार अभियुक्त संजीत कुमार (उम्र 23) पुत्र बद्रीलाल, ग्राम गुलाबकोटी थाना जोशीमठ जनपद चमोली का रहने वाला है। पूछताछ में अभियुक्त संजीत कुमार ने बताया कि वह उर्गम घाटी क्षेत्र से चरस इकट्ठा कर मैदानी क्षेत्र में ऊंचे दामों पर बेचता है। उसने वर्तमान में प्रचलित पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में प्रतिभाग किया था और फिजिकल परीक्षा भी पास कर ली है।
पुलिस टीम में पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन नताशा सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली चमोली कुलदीप रावत, प्रभारी एसओजी चमोली नवनीत भंडारी, आरक्षी यतेंद्र (एसओजी) और आरक्षी रविकांत (एसओजी) शामिल रहे।