उत्तराखंड : उत्तराखंड में एक बार फिर से बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। बता दें कि उत्तराखंड में 36 घंटों से बारिश जारी है। बारिश के कारण अब तक कई रास्ते अवरुद्ध हो चुके हैं।नदी नाले उफान पर हैं. वहीं मलबे की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो चुकी है।मिली जानकारी के अनुसार बारिश के कहर से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि लैंसडाउन में मलबे में दबने से तीन की मौत हो चुकी है। वहीं बड़ी खबर चम्पावत से है जहां मलबे की चपेट में आक मां-बेटी की मौत हो गई है। बता दें कि सरकार द्वारा लोगों से पहाड़ों में सफर न करने की अपील की है। साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से कुछ दिनों तक चारधाम यात्रा ना करने का अनुरोध किया है।बारिश को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया गया है। सीएम आपदा कंट्रोल रुप में नजर बनाएं हैं। सीएम लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा कन्ट्रोल रूम से प्रदेश में हो रही वर्षा की जानकारी ली। उन्होंने राष्ट्रीय राजमर्गों और अन्य सम्पर्क मार्गों की जानकारी भी ली। जिलाधिकारी पौड़ी एवं जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से मुख्यमंत्री ने फोन से वार्ता कर ताजा अपडेट लिया। जिलाधिकारी पौड़ी द्वारा जानकारी दी गई कि तहसील लैंसडौन के में मलबे में दबने से तीन की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गये थे। घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग ने जानकारी दी कि केदारनाथ में कल तक छह हजार श्रद्धालु थे। इसमें से चार हजार वापस आ गए हैं। शेष दो हजार सुरक्षित स्थानों पर है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि बारिश के कारण यदि कोई राजमार्ग बाधित होता है, तो उनमें आवगमन जल्द सुचाररू करने के लिए पूरी व्यवस्था हो। जिन क्षेत्रों में अधिक वर्षा हो रही हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाय। मुख्यमंत्री सुबह से सभी जिलाधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरूगेशन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल, जितेन्द्र सोनकर, डा आनंद श्रीवास्तव उपस्थित थे।