अल्मोड़ा : बड़ी खबर उत्तराखंड के अल्मोड़ा से है जहां से होमगार्ड का शव कई दिनों बाद बरामद हुआ है। होमगार्ड का बिन शर्ट का शव बरामद हुआ है। वहीं होमगार्ड की पहचान उसकी वर्दी वाली पैंट औऱ बेल्ट से हुई। मिली जानकारी के अनुसार होमगार्ड राकेश किरौला का शव रामगंगा नदी में जैनल के निकट बरामद हुआ है जिससे होमगार्ड के परिवार में कोहराम मच गया है। बता दें कि राकेश अभी 8 महीने पहले ही होमगार्ड में भर्ती हुए थे। लापता वाले दिन यानी की 27 जुलाई को भी वो ड्यूटी से लौट रहे थे तभी उफनते डाले में उनकी स्कूटी रपट गई औऱ वो लापता हो गए जबकि उनकी स्कूटी वहीं से उसी दिन बरामद कर ली गई थी लेकिन वो 27 जुलाई से लापता थे। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया था।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को रामगंगा के पास से गुजर रहे खच्चर वाले कि नजर शव पर पड़ी तो उसने लोगों को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि उनके बदन पर कमीज भी नहीं थी। लेकिन किरौला की पहचान बेल्ट व यूनिफॉर्म की पेंट से की गई। परिवार में कोहराम मचा हुआ है औऱ विभाग में शोक की कहर है।
बता दें कि 27 जुलाई को होमगार्ड जवान का जवान ड्यूटी से स्कूटी सेलौट रहा था लेकिन उफनते नाले में बह गया था. चौखुटिया पुलिस का सर्च अभियान लगातार जारी था। पुलिस ने बताया था कि होमगार्ड राकेश किरौला पुत्र मोहन सिंह किरौला निवासी ग्राम सोनगांव पोस्ट ऑफिस जयरामबाखल तहसील चौखुटिया जनपद अल्मोड़ा जो थाना चौखुटिया में ड्यूटीरत था। 27 जुलाई को ड्यूटी के बाद वो अपनी स्कूटी UK01C-7131 से अपने घर को जा रहा था। तभी वह नैगाड़ नाले से बह गया। उसकी स्कूटी रामगंगा नदी के समीप मिली, लेकिन होमगार्ड राकेश किरौला का कोई पता नहीं चल पाया था। वहीं आज रामगंगा में उसका शव खच्चर वाले ने देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी।
सौनगांव राकेश किरौला 24 साल के थे और 8 महीने पहले ही भर्ती हुए थे। वह परिवार में सबसे छोटा है। बड़ा भाई उमेश सिंह किरौला बीएसएनएल अल्मोड़ा में कार्यरत हैं। वो भर्ती होकर खुश थे क्योंकि परिवार का लालन पालन उन्हीं की तन्ख्वाह से हो रहा था।