कोरोना के कहर के चलते स्कूल और कॉलेज लगभग 2 साल से बंद हैं। कॉलेजों का संचालन बीच में हुआ लेकिन कोरोना के कहर के कारण सरकार ने फिर से कॉलेज बंद करने का आदेश दि.या। वहीं अब प्रदेश में कोरोना का कहर कम हो गया है। बीते दिन कोरोना के केवल 11 मामले सामने आए तो वहीं एक भी मौत कोरोना मरीजों की नहीं हुई जो की राज्य के लिए अच्छी खबर है। वहीं बता दें कि कोरोना के कहर के कम होते प्रकोप को देखते हुए उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने बड़ा फैसला लिया है।बता दें कि स्कूल तो पहले ही खुल गए हैं लेकिन अभी केवल शिक्षकों को बुलाया गया है और ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों को कराई जा रही है। वहीं अब कॉलेजों को खोलने को लेकर भी फैसला लिया गया है।
इस दिन खुल जाएंगे प्रदेश के सभी महाविद्यालय
बता दें कि यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद उत्तराखंड राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि 1 अक्टूबर से प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य नियमित रूप से शुरू हो जाएगा। इस सिलसिले में शनिवार को सचिवालय में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में यह फैसला लिया गया कि 1 सितंबर से प्रदेश के सभी महाविद्यालय खुल जाएंगे और एक अक्टूबर से सभी महाविद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, कोविड-19 से बचाव के लिए जारी केंद्र सरकार की गाइडलाइन और यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुरूप ही पठन-पाठन का कार्य किया जाएगा।
वहीं, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद से ही नियमित रूप से महाविद्यालय नहीं खोले जा सकते थे। हालांकि, कुछ कॉलेजों की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई चल रही थी लेकिन अब यूजीसी की गाइडलाइन जारी होने के बाद राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि एक अक्टूबर से प्रदेश के सभी विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।